आज के इस पोस्ट में आप सभी को GNM 3rd Year Community Health Nursing Definition जो आप सभी के लिए किसी भी राज्य के GNM, ANM and Bsc Nursing के परीक्षाओं में पूछे जायेंगें।
Community Health Nursing 3rd Definition and Terminology
1. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (Community Health Centre) –
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के अन्तर्गत सेवाएं उपलब्ध कराता है।
यह मैदानी क्षेत्र में 1,20,000 जबकि पर्वतीय/आदिवासी क्षेत्रों में 80,000 की जनसंख्या को कवर करता है।
प्रत्येक सामुदायिक विकास खंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की जाती है।
2. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (Primary Health Centre)
यह ग्रामीण समुदाय एवं चिकित्सक के मध्य पहला सम्पर्क होता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का गठन मैदानी क्षेत्र की 30,000 जबकि पर्वतीय/आदिवासी क्षेत्र की 20,000 जनसंख्या को कवर करने हेतु किया गया है।
इनकी स्थापना एवं रख-रखाव राज्य सरकारों के न्यूनतम बुनियादी आवश्यकता कार्यक्रम (Minimum Basic Need Programme) के अन्तर्गत होता है।
इसमें रोगियों के लिए 4-6 बिस्तर होते हैं तथा रोगों के निदान संबंधी कुछ सुविधाएँ भी उपलब्ध होती हैं।
3. उपकेन्द्र (Sub-centre) –
यह ग्रामीण जन-समुदाय के लिए स्वास्थ्य तंत्र की प्रथम इकाई है। उपकेन्द्र का गठन मैदानी क्षेत्र की 5,000 जनसंख्या जबकि पर्वतीय/आदिवासी क्षेत्र की 3,000 जनसंख्या को कवर करने हेतु किया जाता है।
4. जनस्वास्थ्य कानून (Public Health Law) –
जनस्वास्थ्य कानून संगठित समाज की ऐसी वैधानिक शक्तियाँ एवं कर्तव्य हैं जिनके द्वारा व्यक्तियों को स्वस्थ बनाए रखने की स्थितियाँ सुनिश्चित की जा सकती हैं।
जनस्वास्थ्य में आने वाली समस्याओं का सामना करने के लिए प्रभावी जनस्वास्थ्य कानूनों का होना आवश्यक है जनस्वास्थ्य कानूनों के अभाव में सामुदायिक स्वास्थ्य का संरक्षण एवं स्तर प्राप्त करना असंभव है।
5. ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएँ (Rural Health Services) –
ग्रामीण क्षेत्रों में जन-समुदाय के स्वास्थ्य को उन्नत व बेहतर बनाए रखने के लिए सरकार व विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं कहलाती हैं।
ये सेवाएं राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (National Rural Health Mission, NRHM) के अंतर्गत दी जाती हैं।
6.चिकित्सा की देशी प्रणाली/आयुष (Indigenous System of Medicine, AYUSH) –
चिकित्सा की देशी प्रणाली आयुष (AYUSH) विभाग के अंतर्गत आती हैं जिसमें पांच प्रकार की चिकित्सा प्रणाली शामिल हैं- आयुर्वेद, योग एवं नैचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी।
इन चिकित्सा पद्धतियों के अंतर्गत आहार-चिकित्सा (diet therapy), पर्याप्त व्यक्तिगत एवं पर्यावरणीय स्वच्छता, दैनिक व्यायाम, योग, व्यसनों से दूर रहना, स्वास्थ्यकर दिनचर्या आदि पर भी जोर दिया जाता है।
7. स्वैच्छिक स्वास्थ्य संगठन/एजेन्सी (Voluntary Health Agencies)
एक स्वैच्छिक स्वास्थ्य एजेन्सी वह नॉन-प्रॉफिट संगठन होता है जोकि स्वायत्तशायी समिति द्वारा संचालित होता है।
यह संगठन अपनी सेवाओं के क्रियान्वयन हेतु बैठकों का आयोजन करता है, योजना का निर्माण करता है तथा संसाधन जुटाने हेतु धन संग्रहण करता है।
ये संगठन स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं से संबंधित कार्य करती हैं जैसे- स्वास्थ्य का उन्नयन, बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार, शिक्षण एवं प्रशिक्षण, स्वास्थ्य संबंधी अनुसंधान आदि।
8. स्वास्थ्य नियोजन (Health Planning) –
स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाई जाने वाली योजना ही स्वास्थ्य योजना कहलाती है।
9. जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana) –
जननी सुरक्षा योजना केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजना है जोकि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा माता एवं नवजात की बेहतर स्वास्थ्य स्थिति को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से देश में 12 अप्रैल 2005 को प्रारम्भ की गई थी।
यह योजना राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत शुरू की गई थी।
इस योजना के अन्तर्गत सरकारी अस्पतालों तथा सरकार द्वारा चयनित कुछ निजी अस्पतालों में डिलीवरी करवाने पर प्रसूता को नगद राशि का भुगतान किया जाता है।